लाखों की जिंदगी में बदलाव आते हैं कुछ के सही बदलाव होते हैं तो कुछ के ऐसे होते हैं जिन्हें की आप कभी भी उस बदलाव को स्वीकार नहीं कर पाते हैं ऐसी ही एक कहानी है हमारे 86 साल की उम्र में जिन्होंने दुनिया छोड़ा दी उस इंसान हमारे दिग्गज रतन टाटा की, लाखों की जिंदगी में बदलाव लाने वाले रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं है है 86 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कहने वाले रतन टाटा जिंदगीभर अविवाहित रहे यूं तो उनका भरा पूरा परिवार था.
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भाई बहन सब है लेकिन दुनियाभर को जिंदगी का फलसफा सिखाने वाले रतन टाटा प्यार के मामले में उतने लकी कभी साबित नहीं हुए यूं तो रतन टाटा ने अपने प्यार और परिवार के बारे में खुलकर उन्होंने बातें भी की है बिज़नेस की दुनिया के इस शहंशाह को बॉलीवुड एक्ट्रेस सिमी गरेवाल से भी प्यार हुआ लेकिन रतन टाटा की जिंदगी में पहला प्यार एक ऐसी उम्र में आया जब वो उसके लिए कुछ भी करने के लिए इश्क में डूबे रतन टाटा अपने इस असली मोहब्बत को शादी तक पहुंचाना चाहते थे.
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लेकिन ऐसा हो न सका अपने माँ बाप के तलाक अपने बचपन और इस प्यार के बारे में उन्होंने खुद खुलासा किया रतन टाटा ने 2022 में ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे को दिए गए एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के इन पहलुओं पर बातें की उन्होंने बताया मेरा बचपन बहुत खुशहाल था लेकिन जैसे जैसे मैं और मेरा भाई बड़े हुए हमे अपने माता पिता के तलाक की वजह से काफी ताने और परेशानियों का सामना करना पड़ा इन दिनों तलाक आज जितना सामान्य नहीं था.
लेकिन हमारी दादी ने हर तरह से हमारी परवरिश की जल्द ही जब मेरी माँ ने दूसरी शादी की तो स्कूल के लड़के हमारे बारे में तरह- तरह की बातें करने लगी लेकिन हमारी दादी ने हमे हर हाल में अपनी गरिमा बनाए रखना सिखाया और ये मूल्य आज तक मेरे साथ है इसमें उन स्थितियों से दूर हो जाना शामिल था जिनमें की हम अन्यथा लड़ाई कर सकते थे मुझे अभी भी याद है दूसरे विश्व युद्ध के बाद वो मुझे मेरे भाई को गर्मियों की छुट्टियों में लंदन ले गई और वही पे हमने मूल्य गहराई से सिखाए गए.
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वो हमे कहती की यहाँ मत कहो वहाँ मत कहो इस बारे में चुप रहो और वहीं से सब उसे ऊपर गरिमा का विचार हमारे मन में गहराई से बैठ गया वो हमेशा हमारे लिए वहाँ मौजूद रही दादी की इस परवरिश में रतन टाटा को एक ऐसा इंसान बनाया जिसने शायद कभी किसी चीज़ की शिकायत नहीं की वो आगे बताते हैं की मैं वाइलिन सीखना चाहता था लेकिन मेरे पिता ने प्यानो पर सूट किया मैं अमेरिका में कॉनल जाना चाहता था लेकिन उन्हें यूके पर ज़ोर दिया मैं आर्टी टेक्ट बनना चाहता था.
लेकिन उन्होंने मुझसे इंजीनियर बनने की जिद की अगर मेरी दादी ना होती तो मैं कॉनल यूनिवर्सिटी अमेरिका में नहीं पहुँच पाता उन्हीं की वजह से हालांकि मैंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया मैंने अपना विषय बदलकर आर्किटेक्चर में स्नातक किया मेरे पिता काफी नाराज थे और इसी वजह से हमारे बीच काफी तनाव हुआ लेकिन आखिरकार कॉलेज में मैं अपनी खुद की पहचान बना पाया और मेरी दादी ने मुझे ये सिखाया की नरमी और गरिमा के साथ भी आप साहस में और साहस से ही अपनी बात कह सकते हैं.
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अपनी कॉलेज लाइफ और लॉस एंजिल्स में हुए प्यार के बारे में बात करते हुए कॉलेज के बाद मुझे लॉस में एक आर्किटेक्चर फॉर्म में नौकरी मिली जहाँ मैंने 2 साल काम किया वो बहुत अच्छा समय था मौसम शानदार था मेरे पास अपनी कार थी और मुझे अपना काम पसंद था लॉस एंजिल्स में ही मुझे प्यार हुआ और मैं लगभग शादी करने वाला था लेकिन उस समय मैंने भारत लौटने का फैसला किया हालांकि फैसला इंडिया में कुछ समय के लिए आने का ही था.
क्योंकि मैं अपनी दादी से लगभग 7 साल से दूर था और उनकी तबियत ठीक नहीं थी इसीलिए मैं उनसे मिलने वापस आया और सोचा की जिससे मैं शादी करना चाहता था वो मेरे साथ भारत आएगी लेकिन 1962 के भारत और चीन के युद्ध के कारण उसके माता पिता ने उसे अनुमति नहीं दी और ये रिश्ता हमारा टूट गया फ़िलहाल इस खबर पर आपकी क्या राय हैं आप हमें कमेंट में जरूर बताएं बाकी और भी ऐसी ही अपडेट्स पाने के लिए Tube Discover ऐप से जुड़ें.
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