बहुत लोगो को ऐसा लगता है कि श्वेता बच्चन और निखिल नंदा अलग रहते हैं सिर्फ और सिर्फ अपने प्रोफ़ेशन की वजह से लेकिन एक और सच है जो हम आपको बताना चाहेंगे जी हाँ 16 साल बाद शादी के 16 साल बाद श्वेता बच्चन ने मुंबई नगरी को चुना अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए 16 साल तक शादीशुदा जीवन में श्वेता बच्चन अपने परिवार के बीच खुशहाल रही और फिर जब वो मुंबई आकर दिल्ली छोड़ मुंबई में आकर बसी.
बुढ़ापे में अमिताभ ने छोड़ा घर, खुद उठाया बड़ा कदम
तो उन्होंने मोडलिंग, नोवलिस्ट, फैशन डिज़ाइनिंग इन सभी चीजों पर गौर किया और अपने लिए एक सुनहरा सपना देखा श्वेता के सपने को उनके ससुराल वालों ने भी सपोर्ट किया था आज हम आपको बताना चाहेंगे श्वेता बच्चन के स्वर्गवासी सास ससुर के बारे में जी हाँ निखिल नंदा की अगर बात करे स्वर्गीय पिता राजन नंदा के बारे में बात करें या माँ रितु नंदा के बारे में तो दोनों ही सेल्फ डिपेंडेंट वेल एजुकेटेड और एक अच्छे एडिट फॅमिली से आते थे.
एडिट क्लास की फैमिली के बीच श्वेता बच्चन की शादी हुई बच्चन परिवार की इस बेटी को फॅमिली में शामिल होने का मौका मिला क्योंकि कपूर फैमिली के दामाद थे राजन नंदा जिनकी बहू बनीं श्वेता इसलिए राजन और ऋतु दोनों ही समझते थे कि काम का क्या महत्त्व है ऋतु कपूर फैमिली होने की वजह से उन्होंने काम नहीं किया बाद में किताबें लिखी और बात में अपनी बहू को उन्होंने सपोर्ट किया था जब तक जीवित थे राजन और रितु उन्होंने अपनी बहू को सपोर्ट किया था.
77 साल की उम्र में शत्रुघ्न सिन्हा का झलका दर्द
यही कारण है कि जब श्वेता ने दिल्ली में अपने हस्बैंड का घर छोड़ा तो उन्हें किसी भी तरह के ऑब्जेक्शन्स नहीं हुए और श्वेता के साथ इसलिए अलग रहकर भी परिवार वालों की तालमेल में कोई बदलाव नहीं आया फिलहाल आप इस खबर पर क्या कहेंगे हमें अपनी राय कमेंट करके जरूर बताएं बाकी और भी ऐसी ही अपडेट्स पाने के लिए हमारे टेलीग्राम चैनल और व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वॉइन करें.