Life Certificate: हर बुजुर्ग के लिए पेंशन प्राप्त करना उनका अधिकार है, लेकिन पेंशन जारी रखने के लिए हर साल जीवन प्रमाण पत्र जमा करना जरूरी होता है। पहले यह प्रक्रिया काफी कठिन थी। बैंकों और डाकघरों में जाकर लाइनों में खड़ा होना पड़ता था। लेकिन अब समय बदल चुका है!
ईपीएफओ की चेहरे की पहचान तकनीक ने बुजुर्गों की इस समस्या का समाधान कर दिया है। अब आप अपने स्मार्टफोन से घर पर ही मिनटों में जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। आइए इस नए और बेहतर तरीके के बारे में विस्तार से जानते हैं!
घर से ही जीवन प्रमाण पत्र जमा करें
पहले जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए बैंक या डाकघर जाना आवश्यक था। कई बार लंबी लाइनों में खड़े रहना पड़ता था, विशेषकर गर्मियों या सर्दियों में, यह एक कठिन कार्य था।
परंतु, ईपीएफओ की फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक की मदद से, अब सिर्फ एक स्मार्टफोन और दो ऐप्स के जरिये आप घर पर ही जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। यह प्रक्रिया बहुत ही सरल है और ज्यादा समय नहीं लेती।
आपको क्या चाहिए होगा
Smartphone (Android): इस तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए आपके पास एक एंड्रॉइड स्मार्टफोन होना चाहिए।
Two Apps: आपको अपने फोन पर दो ऐप डाउनलोड करने होंगे। पहला ऐप है “आधार फेस आरडी” और दूसरा है “जीवन प्रमाण”। आप इन दोनों ऐप को गूगल प्ले स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं।
Mobile Number Linked to Aadhaar: दोनों ऐप में रजिस्ट्रेशन के लिए आपके पास वही मोबाइल नंबर होना चाहिए जो आपके आधार कार्ड से जुड़ा हो।
जीवन प्रमाण पत्र कैसे जमा करें
सबसे पहले अपने फोन पर “आधार फेस आरडी” और “जीवन प्रमाण” ऐप डाउनलोड करें।
इन ऐप में रजिस्ट्रेशन के लिए अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करें।
ऐप में दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और फेस स्कैन पूरा करें।
सफल फेस स्कैन के बाद, आपके मोबाइल स्क्रीन पर जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की पुष्टि दिखाई देगी। आपको जीवन प्रमाण आईडी और पीपीओ नंबर भी मिलेगा।
इस तरह आपने आसानी से घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र जमा कर दिया!
फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के लाभ
घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र जमा करें: अब बैंक या डाकघर जाने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे ही मिनटों में जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।
समय की बचत: लंबी लाइनों में खड़े होने से बचें और अपना कीमती समय बचाएं।
आसान प्रक्रिया: फेस स्कैन के जरिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करना काफी आसान है।
बुजुर्गों के लिए सुविधाजनक: यह तकनीक खासकर बुजुर्गों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें अब बैंकों और डाकघरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।