अकेलेपन का दर्द क्या होता है रतन टाटा ने ये बयां किया था वो शब्द रतन टाटा के आज भी लोगों को रुलाते हैं स्टार्टअप गुड फेलोज में इन्वेस्टमेंट का ऐलान किया था जब रतन टाटा ने 2022 में, तब बुजुर्गों की सेवा के लिए स्टार्टअप गुड फेलोज से उन्होंने शुरू करने का फैसला लिया जिसमें उन्होंने करोड़ों लगाए थे बुढ़ापे की इस उम्र में 84 साल की उम्र में थे रतन टाटा वो जीवन भर कुवारें रहने की वजह से बहुत पीड़ा में थे उन्होंने बयां किया था दर्द इस स्टार्टअप के साथ, उन्होंने कहा था.
आप नहीं जानते कि अकेले रहने का दर्द क्या होता है बाप अकेले समय बिताने के लिए मजबूर नहीं होते तब तक अहसास नहीं होगा जब तक आप वास्तव में बूढ़े नहीं हो जाते तब तक किसी को भी बूढ़े होने का मन बिल्कुल भी नहीं करता इस तरह से बुढ़ापे का दर्द बयां किया था रतन टाटा ने कि बुढ़ापे में अकेलेपन ने उन्हें कितना झकझोर दिया था फिलहाल इस खबर पर आप क्या कहेंगे हमें कमेंट में जरूर बताएं बाकी और भी ऐसी ही अपडेट्स पाने के लिए Tube Discover ऐप से जुड़ें.
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