आज हम आपको बतायेंगे कि क्या वजह है कि श्वेता बच्चन अपने बच्चों को निखिल नंदा से पति निखिल नंदा से दूर रखती है ऐसा नही है कि श्वेता बच्चन अपने बच्चों को दूर इसलिए नहीं रखती क्योंकि वो निखिल को अपने हस्बैंड को पसंद नहीं करती इसलिए नहीं रखती क्योंकि उनके हस्बैंड के साथ उनकी बैठती नहीं है बनती नहीं है ऐसा बिल्कुल नहीं है कि श्वेता और निखिल के बीच कभी तलाक जैसी स्थिति आई ऐसा कुछ नहीं है कि श्वेता और निखिल को एक दूसरे से मिलना पसंद नहीं है बिल्कुल ऐसा नहीं है कि अमिताभ और जया की लाडली श्वेता का निखिल अपने पति से रिश्ते में दरार के कारण अलग होना तय हुआ.
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कारण सिर्फ मजबूरियां थीं अलग प्रोफेशन थी श्वेता के सुहाने सपने थे जो मुंबई में बसे हुए थे और निखिल का प्रोफ़ेशन बिज़नेस से जुड़ा है जिसका तालुकात मुंबई से दूर दूर तक नहीं है इसलिए उन्हें दिल्ली में ही सेटल्ड रहना पड़ा है अपनी अरबों के बिज़नेस को वो अकेले संभाल रहे हैं और ये राज़ खुला कि अगस्त्य और नव्या जरूर अपने पिता के बिज़नेस से जुड़े लेकिन दिल से ही अपने पिता के बिज़नेस को ना तो नव्या और ना ही अगस्त्य संभालने के लिए जुड़ाव महसूस कर पाए दिल से पिता के बिज़नेस से नहीं जुड़ पाए हैं श्वेता के दोनों बच्चे.
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इसी कारण से श्रद्धा के दोनों ही बच्चों को मुंबई में फिल्मी मोह माया के जिंदगी नें अपना बना लिया दादी घर के परिवार वालों के साथ रहकर भी नवा अगस्त्य ननिहाल की जिंदगी पसंद करते हैं यानी की जया और अमिताभ की लग्जरियस लाइफ स्टाइल के आदि हो गए हैं नव्या और अगस्त्य और यही फिल्मी नगरी ने उनके दिल को छुआ है जिससे जुड़ाव उनका हो गया है आइए जानते हैं कैसे श्वेता ने पति से अपने बच्चों को अलग सिर्फ और सिर्फ घर अलग में रखा है दिल से परिवार आज भी एक है.
अपने पिता निखिल नंदा के साथ दिल्ली में क्यों नहीं रहते हैं नव्या और अगस्त्य ये बात श्वेता बच्चन ने बताई थी कारण ये है कि श्वेता बच्चन अपने बच्चों को अपनी नज़र से दूर नहीं छोड़ सकती थी जब वो दिल्ली में 16 साल तक अपनी शादी के 16 साल तक बतौर हाउस वाइफ पर्फेक्ट वाइफ और पर्फेक्ट मदर बनकर अपने परिवार की देखभाल कर रही थी जब उनके हस्बैंड निखिल के पास इतना समय नहीं हुआ करता था कि वो अपने बच्चों के साथ ज्यादा वक्त गुज़ार सकें हॉली डे के दिन जरूर वो बच्चो के साथ रहते हैं वरना रेग्युलर डेज़ पर वो इतने बीज़ी रहते है.
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अपनी इतनी बड़ी संपत्ति को संभालने और इतने बड़े कारोबार को संभालने में वो इतना बिज़ी रहते हैं कि उनके पास रात में घर आकर डिनर करने के अलावा एक मिनिट एक्स्ट्रा टाइम नहीं होता था किसी को देने के लिए श्वेता इसी चीज़ को एक्सेप्ट कर चुकी थी और कि उनके हस्बैंड काम की वजह से इतना थक जाते है की घर आने के बाद उन्हें सिर्फ आराम चाहिए होता है तो ये जो निखिल नंदा की लाइफ स्टाइल थी यही कारण था कि श्वेता का ज्यादा समय अपने बच्चों के साथ गुजरता और सबसे ज्यादा श्वेता और निखिल में श्वेता ही अपने बच्चों का ख्याल रखती थीं.
बच्चों के साथ सबसे ज्यादा समय मॉम डैड में मॉम श्वेता ने ही गुज़ारा था नव्या और अगस्त्य के साथ, ये बात अगस्त्य और नव्या भी बताते हैं कि उनकी मॉम किस तरह उनकी फॉन्ट रही है हमेशा कैसे जासूसी करती रही है वो अगस्त्य के बारे में लोग क्या कहते है नव्या के बारे में लोग क्या कहते हैं किस तरह उनके बच्चों को किया जाता है उनके लुक्स के लिए उनकी ड्रेस के लिए उनकी फिल्मों के लिए इस बार वो अक्सर उन्हें वाकिफ कराती है क्योंकि सोशल मीडिया पर श्वेता बहुत ज्यादा ऐक्टिव है.
ऐसे में हम आपको ये भी बताना चाहेंगे कि श्वेता नंदा बच्चन के बारे में करण ने रिवील किया था कि बहुत बड़ी जासूस है वो और टॉक्सिक उनका ये बिहेवियर है जिससे उनके बच्चे बहुत परेशान रहते हैं की कैसे उनकी मॉम उनकी लाइफ की ऐक्टिविटी के बारे में हमेशा जानने के लिए उसके पीछे पड़ी रहती है तो श्वेता की ये आदत जो अभी भी है इसलिए वो अपने बच्चों को दिल्ली नहीं छोड़ सकती थी वो मुंबई आई अपने सपनों को पूरा करने के लिए 16 साल बाद तो उन्होंने अपने बच्चों को भी अपने साथ मुंबई ले जाने का फैसला लिया.
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इसी के साथ साथ आपको ये बताना चाहेंगे की श्वेता बच्चन ये कहती है की उन्हें अपने बच्चों के लिए बहुत इनसेक्योर मदर के तौर पर अपने लिए इस नेचर की वजह से काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है लेकिन उनके अंदर ये जो इन्सेक्युरिटीज रही है बच्चों को लेकर ये डेवलप हुआ है उनके मॉम डैड से क्योंकी उनके पैरेन्ट्स भी ऐसे ही बहुत ज्यादा इनसेक्योर हुआ करते थे बच्चों को लेकर ओवर प्रोटेक्टिव हुआ करते थे इसलिए श्वेता के अंदर ये नेचर अपने पैरेंट से उन्हें मिला है ओवर प्रोटेक्टिव होने का जिसके कारण उन्होंने अपने बच्चों को मुंबई में ही अपने साथ रखने का फैसला लिया.
नतीजा अब निखिल नंदा को अपने बच्चों से दूर रहना पड़ा है इतना ही नहीं राजन नंदा के गुजर जाने के बाद पिछले तीन चार सालों में और भी ज्यादा बदलाव निकल की लाइफ में आया निखिल अपने बिज़नेस को आप अपने पिता के जाने के बाद और ज्यादा फुलफ्लेस तरीके से खुद संभाल रहे हैं और पिता के जाने के बाद उन्हें खुद से ही सब कुछ और भी जिम्मेदारियों की बढ़ गई है बिज़नेस के प्रति जिसके कारण वो अपने बच्चों के लिए पूरा समय उनके साथ ना रहने की वजह से उन्हें अपने से दूर रहने से ज़रा भी नाराजगी ज़ाहिर श्वेता पर नहीं करते.
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यानी की आपसी अंडरस्टैंडिंग के साथ श्वेता और निखिल ने बच्चों को मुंबई में ही रहने देने का फैसला लिया इससे पहले फॉरेन में अपनी एजुकेशन नव्या और अगस्त्य ने कंप्लीट किया है ग्रेजुएशन फोरेन से कंप्लीट किया इसलिए भी निखिल को आदत हो गयी अपने बच्चों के बिना रहने की लेकिन श्वेता अपने बच्चों के घर आने के बाद उन्हें अपनी ज़िंदगी से दूर कभी भी नहीं कर पाई इसीलिए उन्होंने मुंबई में अपने बेटे और बेटी को अपने साथ ये रखा.
उनकी जिंदगी 16 साल तक बच्चों की परवरिश में ही गुजरी थी इसलिए अब अपने बच्चों से जुदा इस उम्र में उनके लिए होना बहुत कठिन हो गया था और उन्होंने बताया था कि वो इस कारण ही अपने बच्चों को अपनी लाइफ से अलग नहीं जाने दे सकती थी वैदसे आप इस खबर पर क्या कहेंगे हमें अपनी राय कमेंट करके जरूर बताएं बाकी और भी ऐसी ही अपडेट्स पाने के लिए हमारे टेलीग्राम चैनल और व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वॉइन करें.