दस्तावेजों में नाम की गलतियां आयुष्मान कार्ड बनाने में बाधा बन सकती हैं। गाजीपुर में 245 ऐसे लोग मिले हैं, जिन्हें नाम में गलती के कारण अपात्र घोषित कर दिया गया है। संबंधित विभाग का कहना है कि गलतियों को सुधारने का कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है।
Ayushman Card News: आयुष्मान भारत योजना से जुड़ने के लिए हर दिन 20 से 25 लोग सीएमओ कार्यालय आ रहे हैं। इनमें से 15-20 लोग ऐसे हैं जिनका आधार कार्ड, राशन कार्ड व अन्य दस्तावेजों में नाम एक जैसा नहीं है। इस वजह से इन लोगों को नाम सही कराने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इसके लिए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गाजीपुर में दस्तावेजों में नाम में अंतर होने से 245 लोग अपात्र श्रेणी में आ गए हैं।
इस योजना में गाजीपुर में 245 से अधिक पात्र लोग सिर्फ इसलिए हमेशा के लिए अपात्र की श्रेणी में आ गए हैं, क्योंकि उनके नाम की स्पेलिंग आयुष्मान कार्ड और आधार कार्ड में अलग-अलग है। ऐसे में पूरा परिवार आयुष्मान योजना के लिए पात्र है, लेकिन जिनके नाम की स्पेलिंग गलत है, उन्हें अपात्र मान लिया गया है। विभाग ने जब इस बारे में आयुष्मान योजना के मुख्यालय को जानकारी दी तो जवाब आया कि कार्ड में नाम में संशोधन का फिलहाल कोई प्रावधान नहीं है।
संशोधन का समाधान
सीएमओ देश दीपक पाल ने मीडिया को बताया कि आयुष्मान कार्ड और पहचान पत्र में नाम व अन्य जानकारियों का मिलान जरूरी है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें नाम अलग-अलग हैं। इस संबंध में संबंधित अधिकारी को पत्र भेजकर अवगत करा दिया गया है। वहां से जवाब मिला कि आयुष्मान कार्ड में किसी भी तरह का संशोधन करने का फिलहाल कोई प्रावधान नहीं है। हालांकि, अब संशोधन का विकल्प आएगा।